अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री द्वारा अमेरिकी सरकार से अमेरिका से संचालित खालिस्तानी आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करने के बाद उनकी यह मुलाकात हुई। गुरपतवंत सिंह पन्नू के नेतृत्व में खालिस्तानी आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस ने भारत के खिलाफ हमलों की साजिश रची है और लंबे समय से अमेरिका से संचालित हो रहा है। भारतीय वाणिज्य दूतावासों और राजनयिक मिशनों को अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी अलगाववादियों के हमलों का सामना करना पड़ा है। 20 मार्च, 2023 को खालिस्तान समर्थकों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ की, भारतीय ध्वज की जगह खालिस्तान का झंडा लगा दिया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। 2 जुलाई, 2023 को उसी वाणिज्य दूतावास में आगजनी की कोशिश की गई, जिससे मामूली नुकसान हुआ। उस समय अमेरिकी विदेश विभाग ने इस कृत्य की निंदा की थी। नई दिल्ली ने कई मौकों पर कहा है कि खालिस्तानी आतंकवादी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में भारतीय वाणिज्य दूतावासों, भारतीय प्रवासियों और यहां तक कि सिख समुदाय के सदस्यों पर भी हमले करते हैं जो उनसे असहमत हैं।