नई दिल्ली, 30 जनवरी (पीटीआई) उपेंद्र यादव ने रणजी ट्रॉफी मुकाबले के पहले दिन दिल्ली की शुरुआती बढ़त को खत्म करते हुए 95 रन की पारी खेली और रेलवे को 241 रन पर पहुंचाया। इस मुकाबले में 13 साल बाद घरेलू क्रिकेट में विराट कोहली की शानदार वापसी देखने को मिली।
नवदीप सैनी, सिद्धांत शर्मा और मनी ग्रेवाल की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी ने सुबह की परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए पहले सत्र में रेलवे का स्कोर पांच विकेट पर 66 रन कर दिया। इसके बाद उपेंद्र और अनुभवी स्पिनर कर्ण शर्मा (105 गेंदों पर 50 रन) ने छठे विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की।
मैदान पर कोहली की मौजूदगी ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों में जोश भर दिया और प्रशंसकों की अभूतपूर्व उपस्थिति ने खेल को और भी रोमांचक बना दिया।
रणजी ट्रॉफी मैच के लिए स्टैंड में 12,000 से अधिक लोग मौजूद थे, जबकि अन्यथा यह मैच खाली स्टेडियम में खेला जाता, लेकिन दिल्ली के तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद उपेंद्र ने बड़ा प्रभाव डाला।
उपेंद्र इस सत्र में अपना तीसरा शतक बनाने की ओर अग्रसर थे, लेकिन खेल के अंत में बाएं हाथ के स्पिनर सुमित माथुर की गेंद पर हवाई शॉट खेलने में चूकने के कारण लॉन्ग-ऑफ पर कैच आउट हो गए। पिछले ओवर में उपेंद्र ने 90 के पार पहुंचने के लिए दो पुल शॉट खेले थे। उन्होंने कुल 10 चौके और एक छक्का लगाया। सुबह के सत्र के बाद पिच के आसान होने पर बाएं हाथ के बल्लेबाज कर्ण के साथ उनकी साझेदारी ने दिल्ली को निराश किया। दिल्ली के कप्तान आयुष बदोनी, जो मुख्य रूप से बल्लेबाज हैं, अपनी ऑफ स्पिन से इस सत्र में टीम के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं, जिससे गेंदबाजी के मोर्चे पर टीम की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।